Thursday, August 6, 2020

हर पांच बरस के बाद यदि बारिश होगी | चुनाव | Har Paanch Baras Ke baad ...

यह कविता चुनाव के समय मेंढकों की तरह बाहिर आ जाने वाले प्रत्याशियों और बगुला भगत प्रत्याशियों से सावधान करने के लिए लिखा था।

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